श्री हज़ूर स्वामी जी महाराज ने एक जगह फ़रमाया है –
या जग में कोई सुख न देखो | गहो गुरु के बचननियाँ ||
दुःख के जाल फँसे सब मुरख | तू क्यों उन संग फंसननियाँ ||
मेरी समझ से, स्वामी जी महाराज के भाव है-
हमें लगता है कि इस दुनिया में लोग सुखी है लेकिन असलियत यह है कोई भी जग में सुखी है नहीं, सारे ही दुःख के जाल में फँसे जा रहे है, इसलिए आप समझते है हम क्यों उनके साथ फँसते जा रहे है, हमें तो हमें गुरु के वचनों पर चलना है।